गाजीपुर और राजभर इतिहास
मि. शोरिंग साहब का मानना है कि गाजीपुर का उत्तरी भाग सदियाबाद, पचोतर, जोहराबाद,लक्नेश्वर एक समय मे भरो के अधीन था ! भरो का एक सरदार जोहराबाद मे रहता था ! एक बार उस सरदार ने लक्नेश्वर डीह को उजाड़ दिया था ! लक्नेश्वर का किला भरो के अधिकार मे था ! आज से सात सौ वर्ष पहले अन्य जातियों कि अपेक्षा अदिक भू-भाग पर भरो का अधिकार था !
डॉ. ओल्धम कहते है कि बुद्ध काल के अवनति के समय भर और सायोरी इस देश पर शासन करते थे ! परन्तु कालांतर मे सव्धर्मियो के विरोध- पक्ष ग्रहण करने से नष्ट हो गए ! उस समय इनके सभ्यता का पूर्ण विकाश हो चूका था ! सन् १८७१ ई. मे जजिपुर मे ५६ हज़ार भर थे !
सर हेनरी एलियट का लिखना है कि भर वीर और चतुर कारीगर होते हुए भी नष्ट कर डाले गए इसका मूल कारण यह है कि जब राजपूतो से बलिष्ट जाति यवन, पश्चिमी उत्तरी भारत पर आक्रमण किये, तब राजपूतो को पंजाब आदि स्थान छोड़कर भागना पड़ा! धीरे धीरे मुसलमानों का प्रभुत्व बदने लगा और इन्हें हटना पड़ा ! पश्चिमी राजपूत जब भर राजाओ के यहाँ आये, तब उनकी दशा अच्छी नहीं थी ! भर राजाओ ने उन्हें अपने यहाँ उच्च पदवी दी लेकिन कालांतर मे राजपूतो कि शक्ति बढने पर वो राज्यों मे झगड़ा उत्पन्न करवा दिया और इस बात का फायदा उठा कर वो वहा सत्ता हाशिल कर लिए !
मि. शोरिंग साहब का मानना है कि गाजीपुर का उत्तरी भाग सदियाबाद, पचोतर, जोहराबाद,लक्नेश्वर एक समय मे भरो के अधीन था ! भरो का एक सरदार जोहराबाद मे रहता था ! एक बार उस सरदार ने लक्नेश्वर डीह को उजाड़ दिया था ! लक्नेश्वर का किला भरो के अधिकार मे था ! आज से सात सौ वर्ष पहले अन्य जातियों कि अपेक्षा अदिक भू-भाग पर भरो का अधिकार था !
डॉ. ओल्धम कहते है कि बुद्ध काल के अवनति के समय भर और सायोरी इस देश पर शासन करते थे ! परन्तु कालांतर मे सव्धर्मियो के विरोध- पक्ष ग्रहण करने से नष्ट हो गए ! उस समय इनके सभ्यता का पूर्ण विकाश हो चूका था ! सन् १८७१ ई. मे जजिपुर मे ५६ हज़ार भर थे !
सर हेनरी एलियट का लिखना है कि भर वीर और चतुर कारीगर होते हुए भी नष्ट कर डाले गए इसका मूल कारण यह है कि जब राजपूतो से बलिष्ट जाति यवन, पश्चिमी उत्तरी भारत पर आक्रमण किये, तब राजपूतो को पंजाब आदि स्थान छोड़कर भागना पड़ा! धीरे धीरे मुसलमानों का प्रभुत्व बदने लगा और इन्हें हटना पड़ा ! पश्चिमी राजपूत जब भर राजाओ के यहाँ आये, तब उनकी दशा अच्छी नहीं थी ! भर राजाओ ने उन्हें अपने यहाँ उच्च पदवी दी लेकिन कालांतर मे राजपूतो कि शक्ति बढने पर वो राज्यों मे झगड़ा उत्पन्न करवा दिया और इस बात का फायदा उठा कर वो वहा सत्ता हाशिल कर लिए !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें